जयपुर न्यूज डेस्क: जयपुर में एक बेहद दर्दनाक और चौंकाने वाला मामला सामने आया है। दो साल पहले, यानी 6 अगस्त 2023 को करौली जिले के राजौर गांव में रहने वाले 10 वर्षीय समर मीणा खेलते समय गंभीर दुर्घटना का शिकार हो गया। पानी की टंकी के पास खेलते हुए निर्माणाधीन टंकी का लोहे का टुकड़ा उसके सिर पर गिरा। गंभीर स्थिति में उसे पहले बालघाट के सरकारी अस्पताल और फिर जयपुर के एसएमएस अस्पताल ले जाया गया, लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई।
दुर्भाग्य से, बच्चे की मौत के बाद भी एक स्थानीय शख्स, मदनमोहन मीणा ने कथित रूप से बच्चे की आंख का सौदा कर दिया। परिवार का आरोप है कि उसने पहले से ही इस घिनौने योजना को अंजाम देने की साजिश रची थी। जब अंतिम संस्कार की तैयारी हो रही थी, तभी इस बात का खुलासा हुआ कि बच्चे की आंख निकाल दी गई थी। मदनमोहन ने शुरू में परिजनों को आश्वस्त किया कि यह आंख दान में दी गई है, लेकिन बाद में मामले की सच्चाई सामने आई।
परिजनों का कहना है कि आरोपी ने उन्हें हाईकोर्ट के फैसले का बहाना देकर लंबे समय तक भ्रमित किया और टाल-मटोल करता रहा। इसके बाद पिता किरोड़ी लाल ने थाने में तहरीर देकर मदनमोहन मीणा और जलदाय विभाग के ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। पुलिस ने मामले में धारा 406, 409, 415, 420 आईपीसी और मानव अंग एवं ऊतक प्रत्यारोपण अधिनियम 1994 की धारा 18, 19, 20 तथा धारा 304-ए आईपीसी के तहत प्रकरण दर्ज कर लिया है।
पुलिस ने कहा है कि मामला गंभीर है और सभी पहलुओं की जांच की जा रही है। वहीं पीड़ित परिवार प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग कर रहा है ताकि इस तरह की घिनौनी हरकतों पर अंकुश लगाया जा सके।